सरदारपुर (धार) | माही नदी के पावन तट पर, घने वृक्षों और शांत वातावरण के बीच स्थित झीनेश्वर महादेव मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है। भोपावर-सरदारपुर मार्ग से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह प्राचीन मंदिर न केवल धार्मिक, बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसकी प्राचीनता को देखते हुए इसे पांडवकालीन मंदिर बताया जाता है। सदियों पुरानी यह धरोहर आज भी शिवभक्तों और इतिहास प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
माही माँ की गोद में स्थित शिवधाम
झीनेश्वर महादेव मंदिर का अनूठा स्वरूप इसे अन्य शिवालयों से अलग पहचान देता है। माही नदी की लहरों के किनारे,एक ऊँचे टीले पर स्थित यह मंदिर प्रकृति की गोद में बसा हुआ है। इसकी शांत और आध्यात्मिक ऊर्जा हर आगंतुक को आत्मिक शांति और शिवत्व का अनुभव कराती है।
मंदिर के चारों ओर कई पुरातात्त्विक अवशेष बिखरे हुए हैं,जो इसकी प्राचीनता और ऐतिहासिक महत्त्व को प्रमाणित करते हैं। ऐसा प्रतीत होता है मानो समय भी इस पवित्र स्थल के चरणों में नतमस्तक हो गया हो। .