JustPaste.it

Bhagat Singh Birth Anniversary

User avatar
Prabhasakshi @Prabhasakshi · Sep 28, 2023

‘शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाक़ी निशाँ होगा। कभी वह दिन भी आएगा जब अपना राज देखेंगे, जब अपनी ही ज़मीं होगी और अपना आसमाँ होगा’ 1916 में कवि जगदंबा प्रसाद मिश्र द्वारा देशभक्ति की लिखी कविता की ये पंक्तियां देश की आजादी के लिए हंसते-हंसते अपना सर्वस्व न्यौछावर करने खासकर भगत सिंह और उनके दो साथियों सुखदेव व राजगुरु के लिए बेमानी साबित हो रही हैं।

Read More — https://www.prabhasakshi.com/personality/sardar-bhagat-singh-had-shaken-the-roots-of-british-rule

bhav.png